Saturday, 16 Feb 2019
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अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर अत्यंत ख्याति प्राप्त शास्त्रीय नृत्यों की प्रचारक पार्वती दत्ता आज लवली प्रोफैशनल यूनिवर्सिटी पहुंची जहां उन्होंने एलपीयू के विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को ओडिसी तथा कत्थक डांस के प्रति बेहतरीन स्टैपस दिखाए व सिखाए। एलपीयू के एक मंच पर महान भारतीय नृत्य रूपों पर वर्कशॉप का आयोजन करने के बाद, नृत्य कला में अत्यंत पारंगत पार्वती दत्ता ने यूनिवर्सिटी के दर्शकों से खचाखच भरे शांति देवी मित्तल ऑडीटोरियम में भारतीय नृत्यकला के प्रति सच्ची और पूजा की भावना को सभी से आत्मसात करवाने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने नृत्य के साथ अपने आत्म-व्याख्यात्मक भावों, लचक, अवलोकन, लय, ताल आदि पर आधारित मुद्राओं के साथ नृत्यकला की बेहतरीन अदाओं का प्रस्तुतिकरण किया। एलपीयू के विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने सीखने के इस उत्तम अवसर का लाभ उठाया।औरंगाबाद में महागामी गुरुकुल में फाऊंडर डायरैक्टर और गुरु, पार्वती दत्ता ओडिसी और कत्थक नृत्यों के लिए देश-विदेश में नाम कमाने वाली अभिन्न व्यक्तित्व की नृत्यांगणा है। उन्होंने अपने जीवन के दो दशकों को 40 से अधिक देशों में भारतीय नृत्य रूपों के प्रति समर्पित किया है। पार्वती दत्ता एक बहुमुखी ओडिसी और कत्थक डांसर, टीचर व रिसर्चर है तथा नृत्य-समुदाय उन्हें एक विचारक-नर्तकी तथा समर्पित कला प्रशासक के रूप में जानता है। कत्थक केन्द्र की एक पूर्व विद्यार्थी के साथ-साथ वह पंडित बिरजू जी महाराज, पदम विभूषण गुरु केलूचरण मोहपात्रा तथा पदम श्री माधवी मुदगल की वरिष्ठ शिष्या भी रही हैं।
यूनेस्को कल्चरल अवॉर्ड सहित उन्हें राष्ट्रीय व अंर्तराष्ट्रीय स्तर के कई अन्य सम्मानों व पुरस्कारों से भी नवाजा गया है।डांस के क्षेत्र में प्रसिद्ध स्टूडियो अंतरा की डायरैक्टर श्रीमती निधि मित्तल, जिन्होंने इस महान कलाकार का प्रवेश एलपीयू कैंपस में करवाया, का मानना है कि श्रीमति दत्ता से नृत्यों के बारे में सीखना एक सपने को साकार करने जैसा है। वास्तव में नृत्यों के प्रति उनका ज्ञान, सिखाने की तीव्र इच्छा, संयम तथा नृत्य जैसे विषय पर पकड़ अत्यंत सराहनीय है।
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